पीलिया एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है | इसे जोइंडिस के नाम से भी जाना जाता है | किसी भी उम्र में कोई भी पीलिया का शिकार हो सकता है | ये बीमारी आदमी के पाचन तंत्र पर प्रहार करती है और लीवर को एकदम निष्क्रिय कर देती है | ये रोग धीरे धीरे बढ़ता है | भूख एकदम कम लगना , शरीर व आँखों में पीलापन होना, नाखूनों के आसपास पीलापन दिखाई देना , बहुत जल्दी थकान व कमज़ोरी का अनुभव होना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं | ये रोग अधिक गंदगी के कारण, अधिक तैलीय मिर्च मसाले वाले भोजन के कारण तथा अधिक अल्कोहल के कारण भी होता है |
उपचार एवं नुस्खे -
मूली
मूली पाचन तंत्र के लिए रामबाण है | मूली व इसके पत्तों का रस निकाल लें | रोज 2 गिलास सेवन करें | नित्य सेवन से लीवर में फिर से ताकत आने लगेगी |
प्याज़
प्याज़ को एकदम बारीक़ बारीक़ स्लाइस में काट लें | इसमें पर्याप्त मात्रा में नींबू का रस निचोड़ें | अब इसमें पिसी हुई काली मिर्च एवं काला नमक मिलाएं | रोज सुबह शाम इसका सेवन करें |
पीपल
एक छोटी पीपल की जड़ को बारीक़ पीस कर पानी में भिगोने के लिए छोड़ दें | जब पिसी हुई जड़ अच्छी तरह पानी सोख ले , तो उसमे पिसी हुई काली मिर्च , एक नींबू का रस तथा काला नमक मिलाकर सेवन करें | एक-एक कर छोटी जड़ की संख्या बढातें जाएँ तथा दस दिन तक यह प्रयोग जारी रखें | इस प्रयोग से पुराने से पुराना कब्ज और पेट की सभी बीमारियां दूर होती हैं |
मट्ठा
एक गिलास मट्ठे में एक छोटा चम्मच हल्दी का चूर्ण मिलकर पीएं | दिन में दो बार यह प्रयोग करें | कुछ ही दिनों में पीलिया में फर्क महसूस होने लगेगा |
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