लीवर में होने वाली समस्याओं के लक्षण और उनके प्रभावी घरेलू उपचार
Liver हमारे शरीर का प्रमुख अंग है, यदि Liver में किसी भी तरह की कोई खराबी आती है तो समझिये कि खतरा आने वाला है क्योंकि कोई भी बीमारी जब होने वाली होती है तो हमारा शरीर संकेत देने शुरु कर देता है और यदि हम उन संकेतों को ना समझ पायें तो हम बहुत बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं । Liver की खराबी के कई कारण हो सकते हैं जिन में से सबसे ज्यादा देखे जाते हैं वो हैं अधिक तला भूना खाना या बाज़ार के तेज़ मिर्च मसालों वाला भोजन करना या अधिक मात्रा में शराब का सेवन आदि बहुत से लोगों का ये मानना है की हम इन सब चीजों से दूर है और सादा भोजन करते हैं उनको भी यहाँ ध्यान देना होगा की जब भी लीवर में कोई खराबी आएगी तो उसके लक्षण कौन कौन से होंगे । सावधानी में ही समझदारी है यदि आपको निचे दिये गए लक्षणों में से कुछ भी दिखाई दे तुरन या तो किसी डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी आदतों और भोजन में सुधार लाये :-
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1 :- मुंह से बदबू -यदि Liver सही से कार्य नही कर रहा है तो आपके मुंह से गंदी बदबू आएगी। ऐसा इसलिये होता है क्योकि मुंह में अमोनिया (Ammonia) ज्याद रिसता है।
लीवर खराब होने का एक और संकेत है कि स्किन क्षतिग्रस्त होने लगेगी और उस पर थकान दिखाई पडने लगेगी। आंखों के नीचे की स्किन बहुत ही नाजुक होती है जिस पर आपकी हेल्थ का असर साफ दिखाई पड़ता है।
2 :- पाचन तंत्र में खराबी यदि आपके लीवर पर वसा जमा हुआ है और या फिर वह बड़ा हो गया है, तो फिर आपको पानी भी नहीं हजम होगा।
त्वचा पर सफेद धब्बे यदि आपकी त्वचा का रंग उड गया है और उस पर सफेद रंग के धब्बे पड़ने लगे हैं तो इसे हम लीवर स्पॉट (Liver Spot) के नाम से बुलाएंगे।
3 :- यदि आपकी पेशाब या मल हर रोज़ गहरे रंग का आने लगे तो लीवर गड़बड़ है। यदि ऐसा केवल एक बार होता है तो यह केवल पानी की कमी की वजह से हो सकता है।
4 :- यदि आपके आंखों का सफेद भाग पीला नजर आने लगे और नाखून पीले दिखने लगे तो आपको पीलिया (jaundice) हो सकता है। इसका यह मतलब होता है कि आपका Liver संक्रमित है।
5 :- लीवर एक एंजाइम पैदा करता है जिसका नाम होता है बाइल (Bile) जो कि स्वाद में बहुत खराब लगता है। यदि आपके मुंह में कडवाहट आने लगे तो इसका मतलब है कि आपके मुंह तब बाइल पहुंच रहा है।
6 :- जब लीवर बड़ा हो जाता है तो पेट में सूजन आ जाती है, जिसको हम अक्सर मोटापा समझने की भूल कर बैठते हैं।
7 :- मानव पाचन तंत्र में लीवर एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विभिन्न अंगों के कार्यों जिसमें भोजन चयापचय, ऊर्जाभंडारण, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलना, डिटॉक्सीफिकेशन, प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन और रसायनों काउत्पादन शामिल हैं। लेकिन कई चीजें जैसे वायरस, दवाएं, आनुवांशिक रोग और शराब लिवर को नुकसान पहुंचाने लगती है। लेकिन यहां दिये उपायों को अपनाकर आप अपने Liver को मजबूत और बीमारियों से दूर रख सकते हैं।
Liver की खराबी दूर करने के कुछ घरेलू उपाय
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1 :- हल्दी Liver के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए अत्यंत उपयोगी होती है। इसमें एंटीसेप्टिक (Antiseptic) गुण मौजूद होते है और एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) के रूप में कार्य करती है। हल्दी की रोगनिरोधन क्षमता हैपेटाइटिस बी (Hepatitis B) व सी का कारण बनने वाले वायरस को बढ़ने से रोकती है। इसलिए हल्दी को अपने खाने में शामिल करें या रात को सोने से पहले एक गिलास 2 :- बिना चिकनाई वाले दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर पिएं
3 :- सेब का सिरका, Liver में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। भोजन से पहले सेब के सिरके को पीने से शरीर की चर्बी घटती है। सेब के सिरके को आप कई तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं- एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं, या इस मिश्रण में एक चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में दो से तीन बार लें।
4 :- आंवला विटामिन सी के सबसे संपन्न स्रोतों में से एक है और इसका सेवन Liver की कार्यशीलता को बनाये रखने में मदद करता है। अध्ययनों ने साबित किया है कि आंवला में Liver को सुरक्षित रखने वाले सभी तत्व मौजूद हैं। Liver के स्वास्थ्य के लिए आपको दिन में 4-5 कच्चे आंवले खाने चाहिए.
5 :- पपीता Liver की बीमारियों के लिए सबसे सुरक्षित प्राकृतिक उपचार में से एक है, विशेष रूप से Liver सिरोसिस के लिए। हर रोज दो चम्मच पपीता के रस में आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पिएं। इस बीमारी से पूरी तरह निजात पाने के लिए इस मिश्रण का सेवन तीन से चार सप्ताहों के लिए करें.
6 :- सिंहपर्णी जड़ की चाय Liver के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले उपचारों में से एक है। अधिक लाभ पाने के लिए इस चाय को दिन में दो बार पिएं। आप चाहें तो जड़ को पानी में उबाल कर, पानी को छान कर पी सकते हैं। सिंहपर्णी की जड़ का पाउडर बड़ी आसानी से मिल जाएगा।
7 :- मुलेठी Liver की बीमारियों के इलाज के लिए मुलेठी का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक औषधियों में किया जाता है।इसके इस्तेमाल के लिए मुलेठी की जड़ का पाउडर बनाकर इसे उबलते पानी में डालें। फिर ठंड़ा होने पर छान लें।इस चाय रुपी पानी को दिन में एक या दो बार पिएं।
8 :- एवोकैडो और अखरोट को अपने आहार में शामिल कर आप Liver की बीमारियों के आक्रमण से बच सकते हैं। एवोकैडो और अखरोट में मौजूद ग्लुटथायन, लिवर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर इसकी सफाई करता है।
9 :- पालक और गाजर का रस का मिश्रण Liver सिरोसिस के लिए काफी लाभदायक घरेलू उपाय है। पालक का रस और गाजर के रस को बराबर भाग में मिलाकर पिएं। Liver की मरम्मत के लिए इस प्राकृतिक रस को रोजाना कम से कम एक बार जरूर पिएं
10 :- सेब और पत्तेदार सब्जियों में मौजूद पेक्टिन पाचन तंत्र में उपस्थित विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर Liver की रक्षा करता है। इसके अलावा, हरी सब्जियां पित्त के प्रवाह को बढ़ाती हैं।
11 :- भूमि आंवला पौधा जो अपने आप उग आता है , जिसकी पत्तियां आंवले जैसी होती है. इन्ही पत्तियों के नीचे की ओर छोटे छोटे फुल आते है जो बाद में छोटे छोटे आंवलों में बदल जाते है . इसे भुई आंवला कहते है. इस पौधे को भूमि आंवला या भू- धात्री भी कहा जाता है .यह पौधा Liver के लिए बहुत उपयोगी है.इसका सम्पूर्ण भाग , जड़ समेत इस्तेमाल किया जा सकता है.तथा कई बाज़ीगर भुई आंवला के पत्ते चबाकर लोहे के ब्लेड तक को चबा जाते हैं . * क्या आप जानते है ये यकृत ( Liver ) की यह सबसे अधिक प्रमाणिक औषधि है . Liver बढ़ गया है या या उसमे सूजन है तो यह पौधा उसे बिलकुल ठीक कर देगा . बिलीरुबिन बढ़ गया है , पीलिया हो गया है तो इसके पूरे पेड़ को जड़ों समेत उखाडकर , उसका काढ़ा सुबह शाम लें . सूखे हुए पंचांग का 3 ग्राम का काढ़ा सवेरे शाम लेने से बढ़ा हुआ बाईलीरुबिन (Bailirubin) ठीक होगा और पीलिया की बीमारी से मुक्ति मिलेगी !
Liver हमारे शरीर का प्रमुख अंग है, यदि Liver में किसी भी तरह की कोई खराबी आती है तो समझिये कि खतरा आने वाला है क्योंकि कोई भी बीमारी जब होने वाली होती है तो हमारा शरीर संकेत देने शुरु कर देता है और यदि हम उन संकेतों को ना समझ पायें तो हम बहुत बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं । Liver की खराबी के कई कारण हो सकते हैं जिन में से सबसे ज्यादा देखे जाते हैं वो हैं अधिक तला भूना खाना या बाज़ार के तेज़ मिर्च मसालों वाला भोजन करना या अधिक मात्रा में शराब का सेवन आदि बहुत से लोगों का ये मानना है की हम इन सब चीजों से दूर है और सादा भोजन करते हैं उनको भी यहाँ ध्यान देना होगा की जब भी लीवर में कोई खराबी आएगी तो उसके लक्षण कौन कौन से होंगे । सावधानी में ही समझदारी है यदि आपको निचे दिये गए लक्षणों में से कुछ भी दिखाई दे तुरन या तो किसी डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी आदतों और भोजन में सुधार लाये :-
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1 :- मुंह से बदबू -यदि Liver सही से कार्य नही कर रहा है तो आपके मुंह से गंदी बदबू आएगी। ऐसा इसलिये होता है क्योकि मुंह में अमोनिया (Ammonia) ज्याद रिसता है।
लीवर खराब होने का एक और संकेत है कि स्किन क्षतिग्रस्त होने लगेगी और उस पर थकान दिखाई पडने लगेगी। आंखों के नीचे की स्किन बहुत ही नाजुक होती है जिस पर आपकी हेल्थ का असर साफ दिखाई पड़ता है।
2 :- पाचन तंत्र में खराबी यदि आपके लीवर पर वसा जमा हुआ है और या फिर वह बड़ा हो गया है, तो फिर आपको पानी भी नहीं हजम होगा।
त्वचा पर सफेद धब्बे यदि आपकी त्वचा का रंग उड गया है और उस पर सफेद रंग के धब्बे पड़ने लगे हैं तो इसे हम लीवर स्पॉट (Liver Spot) के नाम से बुलाएंगे।
3 :- यदि आपकी पेशाब या मल हर रोज़ गहरे रंग का आने लगे तो लीवर गड़बड़ है। यदि ऐसा केवल एक बार होता है तो यह केवल पानी की कमी की वजह से हो सकता है।
4 :- यदि आपके आंखों का सफेद भाग पीला नजर आने लगे और नाखून पीले दिखने लगे तो आपको पीलिया (jaundice) हो सकता है। इसका यह मतलब होता है कि आपका Liver संक्रमित है।
5 :- लीवर एक एंजाइम पैदा करता है जिसका नाम होता है बाइल (Bile) जो कि स्वाद में बहुत खराब लगता है। यदि आपके मुंह में कडवाहट आने लगे तो इसका मतलब है कि आपके मुंह तब बाइल पहुंच रहा है।
6 :- जब लीवर बड़ा हो जाता है तो पेट में सूजन आ जाती है, जिसको हम अक्सर मोटापा समझने की भूल कर बैठते हैं।
7 :- मानव पाचन तंत्र में लीवर एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विभिन्न अंगों के कार्यों जिसमें भोजन चयापचय, ऊर्जाभंडारण, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलना, डिटॉक्सीफिकेशन, प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन और रसायनों काउत्पादन शामिल हैं। लेकिन कई चीजें जैसे वायरस, दवाएं, आनुवांशिक रोग और शराब लिवर को नुकसान पहुंचाने लगती है। लेकिन यहां दिये उपायों को अपनाकर आप अपने Liver को मजबूत और बीमारियों से दूर रख सकते हैं।
Liver की खराबी दूर करने के कुछ घरेलू उपाय
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1 :- हल्दी Liver के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए अत्यंत उपयोगी होती है। इसमें एंटीसेप्टिक (Antiseptic) गुण मौजूद होते है और एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) के रूप में कार्य करती है। हल्दी की रोगनिरोधन क्षमता हैपेटाइटिस बी (Hepatitis B) व सी का कारण बनने वाले वायरस को बढ़ने से रोकती है। इसलिए हल्दी को अपने खाने में शामिल करें या रात को सोने से पहले एक गिलास 2 :- बिना चिकनाई वाले दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर पिएं
3 :- सेब का सिरका, Liver में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। भोजन से पहले सेब के सिरके को पीने से शरीर की चर्बी घटती है। सेब के सिरके को आप कई तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं- एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं, या इस मिश्रण में एक चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में दो से तीन बार लें।
4 :- आंवला विटामिन सी के सबसे संपन्न स्रोतों में से एक है और इसका सेवन Liver की कार्यशीलता को बनाये रखने में मदद करता है। अध्ययनों ने साबित किया है कि आंवला में Liver को सुरक्षित रखने वाले सभी तत्व मौजूद हैं। Liver के स्वास्थ्य के लिए आपको दिन में 4-5 कच्चे आंवले खाने चाहिए.
5 :- पपीता Liver की बीमारियों के लिए सबसे सुरक्षित प्राकृतिक उपचार में से एक है, विशेष रूप से Liver सिरोसिस के लिए। हर रोज दो चम्मच पपीता के रस में आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पिएं। इस बीमारी से पूरी तरह निजात पाने के लिए इस मिश्रण का सेवन तीन से चार सप्ताहों के लिए करें.
6 :- सिंहपर्णी जड़ की चाय Liver के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले उपचारों में से एक है। अधिक लाभ पाने के लिए इस चाय को दिन में दो बार पिएं। आप चाहें तो जड़ को पानी में उबाल कर, पानी को छान कर पी सकते हैं। सिंहपर्णी की जड़ का पाउडर बड़ी आसानी से मिल जाएगा।
7 :- मुलेठी Liver की बीमारियों के इलाज के लिए मुलेठी का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक औषधियों में किया जाता है।इसके इस्तेमाल के लिए मुलेठी की जड़ का पाउडर बनाकर इसे उबलते पानी में डालें। फिर ठंड़ा होने पर छान लें।इस चाय रुपी पानी को दिन में एक या दो बार पिएं।
8 :- एवोकैडो और अखरोट को अपने आहार में शामिल कर आप Liver की बीमारियों के आक्रमण से बच सकते हैं। एवोकैडो और अखरोट में मौजूद ग्लुटथायन, लिवर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर इसकी सफाई करता है।
9 :- पालक और गाजर का रस का मिश्रण Liver सिरोसिस के लिए काफी लाभदायक घरेलू उपाय है। पालक का रस और गाजर के रस को बराबर भाग में मिलाकर पिएं। Liver की मरम्मत के लिए इस प्राकृतिक रस को रोजाना कम से कम एक बार जरूर पिएं
10 :- सेब और पत्तेदार सब्जियों में मौजूद पेक्टिन पाचन तंत्र में उपस्थित विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर Liver की रक्षा करता है। इसके अलावा, हरी सब्जियां पित्त के प्रवाह को बढ़ाती हैं।
11 :- भूमि आंवला पौधा जो अपने आप उग आता है , जिसकी पत्तियां आंवले जैसी होती है. इन्ही पत्तियों के नीचे की ओर छोटे छोटे फुल आते है जो बाद में छोटे छोटे आंवलों में बदल जाते है . इसे भुई आंवला कहते है. इस पौधे को भूमि आंवला या भू- धात्री भी कहा जाता है .यह पौधा Liver के लिए बहुत उपयोगी है.इसका सम्पूर्ण भाग , जड़ समेत इस्तेमाल किया जा सकता है.तथा कई बाज़ीगर भुई आंवला के पत्ते चबाकर लोहे के ब्लेड तक को चबा जाते हैं . * क्या आप जानते है ये यकृत ( Liver ) की यह सबसे अधिक प्रमाणिक औषधि है . Liver बढ़ गया है या या उसमे सूजन है तो यह पौधा उसे बिलकुल ठीक कर देगा . बिलीरुबिन बढ़ गया है , पीलिया हो गया है तो इसके पूरे पेड़ को जड़ों समेत उखाडकर , उसका काढ़ा सुबह शाम लें . सूखे हुए पंचांग का 3 ग्राम का काढ़ा सवेरे शाम लेने से बढ़ा हुआ बाईलीरुबिन (Bailirubin) ठीक होगा और पीलिया की बीमारी से मुक्ति मिलेगी !
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