मलेरकोटला को नया जिला बनाने का कैप्टन का निर्णय प्रशासनिक रूप से नासमझी और राजनीतिक रूप से सांप्रदायिक निर्णय : चुघ
आजादी के बाद पहली बार है कि देश ने संविधान को ताक पर रख प्रशासनिक रूप से सांप्रदायिक निर्णय लिया : चुघ
आजादी के बाद पहली बार है कि देश ने संविधान को ताक पर रख प्रशासनिक रूप से सांप्रदायिक निर्णय लिया : चुघ
चंडीगढ़,
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने बयान जारी कर कहा कि पंजाब के मुस्लिम बहुल कस्बे मलेरकोटला को नया जिला बनाने का कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार का निर्णय प्रशासनिक रूप से एक नासझी और राजनीतिक रूप से सांप्रदायिक निर्णय है ।
चुग ने कहा कि जब राज्य भारी कर्ज में डूबा हुआ हो और अर्थव्यवस्था अपंग हुई हो ऐसे समय में एक नया जिला बनाने का निर्णय जिसमें राज्य के खजाने पर सालाना कम से कम 1000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ शामिल होगा।
चुघ ने कहा कि राजनीतिक कारणों से अतीत में बनाए गए छोटे जिलों के कारण राज्य प्रशासन पहले से ही अपंग है।
चुघ ने कहा कि ईद पर मुस्लिम बहुल मलेरकोटला को जिले के रूप में घोषित करना "राजनीतिक और सांप्रदायिक" निर्णय था।
चुघ ने कहा, "आजादी के बाद से यह पहली बार है कि पंजाब में प्रशासनिक रूप से सांप्रदायिक निर्णय लिया गया है, जो हमारे देश के संविधान मूल अवधारणा के विपरीत है।"
चुघ ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आजादी के बाद पहली बार पंजाब में सांप्रदायिक बीज बोए हैं, जहां सद्भाव और सौहार्द मार्गदर्शक सिद्धांत रहे हैं।
चुग ने कहा कि जब राज्य भारी कर्ज में डूबा हुआ हो और अर्थव्यवस्था अपंग हुई हो ऐसे समय में एक नया जिला बनाने का निर्णय जिसमें राज्य के खजाने पर सालाना कम से कम 1000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ शामिल होगा।
चुघ ने कहा कि राजनीतिक कारणों से अतीत में बनाए गए छोटे जिलों के कारण राज्य प्रशासन पहले से ही अपंग है।
चुघ ने कहा कि ईद पर मुस्लिम बहुल मलेरकोटला को जिले के रूप में घोषित करना "राजनीतिक और सांप्रदायिक" निर्णय था।
चुघ ने कहा, "आजादी के बाद से यह पहली बार है कि पंजाब में प्रशासनिक रूप से सांप्रदायिक निर्णय लिया गया है, जो हमारे देश के संविधान मूल अवधारणा के विपरीत है।"
चुघ ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आजादी के बाद पहली बार पंजाब में सांप्रदायिक बीज बोए हैं, जहां सद्भाव और सौहार्द मार्गदर्शक सिद्धांत रहे हैं।
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