बैंगलुरू- (सुभाष राठौड़ )मलेशिया सरकार ने दुनिया भर में मलय साहित्य को सशक्त बनाने के लिए दुनिया के सबसे सक्रिय लेखक मंच, मोटिवेशनल स्ट्रिप्स के साथ जुड़ने का फैसला किया है। मलेशियाई सरकार की सर्वोच्च साहित्यिक संस्था और प्राधिकरण दीवान बहासा दान पुस्तक (डीबीपी) ने कल इस फैसले की घोषणा की थी। मलेशियाई सरकार की साहित्यिक संस्था डीबीपी ने यह फैसला 17 नवंबर को डीबीपी और मोटिवेशनल स्ट्रिप्स के बीच हुई गोलमेज बैठक के बाद लिया। बैठक में मोटिवेशनल स्ट्रिप्स के संस्थापक और अध्यक्ष शिजू एच. पल्लीथाजेथ और मलय साहित्य और अनुवाद के वरिष्ठ सलाहकार डॉ राजा राजेश्वरी सीता रमन की उपस्थिति थी। डीबीपी में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के प्रमुख प्रोफेसर दातुक सेरी डॉ अवांग सेरियान, भाषा के प्रमुख डॉ हाजी अबांग पटडेली बिन अबांग मुही का प्रतिनिधित्व था।
बैठक में सभी मलेशियाई विश्वविद्यालयों के निदेशकों और मलेशिया में लेखक यूनियनों के प्रमुखों का भी प्रतिनिधित्व था।
मोटिवेशनल स्ट्रिप्स आज 167 से अधिक देशों के लेखकों के साथ दुनिया का सबसे सक्रिय लेखक मंच है। सेशेल्स सरकार, मॉरीशस, भारत, कांगो, पेरू, ब्राजील, कजाकिस्तान जैसी कई राष्ट्रीय सरकारें पहले से ही मोटिवेशनल स्ट्रिप्स के सहयोगी के रूप में काम कर रही हैं। मलेशियाई सरकार वैश्विक साहित्यिक सशक्तिकरण के लिए प्रेरक स्ट्रिप्स के साथ काम करने वाली 8वीं सरकार होगी।
मोटिवेशनल स्ट्रिप्स के संस्थापक शिजू एच पल्लीथाजेथ ने मलेशियाई सरकार के कदम का स्वागत किया है और कहा है कि इस सहयोग से दुनिया भर में मलय साहित्य की ताकत बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि मलेशियाई सरकार और मोटिवेशनल स्ट्रिप्स मलय साहित्य और अन्य भाषाओं से जुड़े अनुवाद प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए सहयोग करेंगे।
मोटिवेशनल स्ट्रिप्स की फोरम निदेशक सबरीना ब्रायंट ने सहयोग करने के लिए दीवान बहासा दान पुस्तक की पहल के प्रयासों के लिए बधाई दी है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें