आज भाई बलदीप सिंह ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी, पूर्व संस्कृति मंत्री नवजोत सिद्धू, पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारी और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी जवाबदेही को न निभाते हुए पंजाब की सांस्कृतिक धरोहरों को नष्ट होने दिया । अब किस हक से पंजाब की जनता से वोट मांग रहे हैं। भाई बलदीप ने चन्नी , सिद्धू व कैप्टन पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि अपनी सांस्कृतिक धरोहर तो बचा नहीं पाए पंजाब की जनता के मसलों का क्या समाधान करेंगे , भाई बलदीप ने पंजाब की जनता को अपील की हमारा वोट बहुत कीमती इन पंजाब की धरोहर के कातिलों को वोट डालकर अपना वोट बरबाद न करें ।
भाई बलदीप ने बताया कि
13 मई 2018 को सुल्तानपुर लोधी पुलिस द्वारा सांस्कृतिक नरसंहार, मानवाधिकार उल्लंघन और किला सराय में भाई बलदीप सिंह पर हमले के संबंध में राज्य सरकार या पुलिस प्रशासन ने कोई भी कार्यवाही नहीं की है इसलिए हम मजबूरन केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट से न्याय की मांग कर रहे हैं ।
पुलिस कर्मियों द्वारा नष्ट की गई और चोरी की गई सामग्री, जिसमें मूल्यवान पांडुलिपियां और मूल्यवान लेख, उपकरण, औज़ार आदि शामिल हैं, अभी भी गायब हैं।
विश्व विख्यात सूक्ष्म और भौतिक विरासत के संरक्षक और पुन: निर्माता भाई बलदीप सिंह, महान संगीतकार, कवि, लेखक, पंजाब के परम मृदंगाचार्य और 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले आम आदमी पार्टी के निलंबित वरिष्ठ नेता बलदीप सिंह ने कहा कि उन्हें न्याय पाने व पंजाब की धरोहर के लिये मजबूरन सुप्रीम कोर्ट का रुख करना पड़ेगा ।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें