कश्मीरी पंडित भी उतने ही कश्मीरी हैं जितने अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार: तरुण चुग
कश्मीरी पंडितों के लिए "मगरमच्छ के आंसू बहा" रहा है अब्दुल्ला व मुफ़्ती परिवार: तरुण चुग
अब्दुला परिवार के राजकाल में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार : तरुण चुग
डॉ राकेश पुंज चंडीगढ़
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी तरुण चुग ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को उनके "गिरगिट जैसे आचरण" के लिए फटकार लगाते हुए कहा कि आतंकवादियों व पाकिस्तानी समर्थकों द्वारा कश्मीरी पंडितों पर किए जब्र-जुल्म पर आंखे बंद करने वाले अब अपनी अलगाववाद की राजनीती को चमकाने के लिए दोहरी भूमिका निभाने की साजिश में जुटे है।
चुग ने बताया कि अब्दुल्ला परिवार ने अपने छोटे राजनीतिक लाभ के लिए जम्मू-कश्मीर में पंडित परिवारों को तबाह करने की साजिश रची।कश्मीरी पंडितों पर बीते तीन दशकों से अत्याचार हो रहा है।अब्दुल्ला परिवार अब मगरमच्छ के आंसू बहा कर राजनितिक लाभ की कोशिश में है।
चुग के अनुसार अब्दुल्ला ने कहा कि "हमारे पंडित भाइयों पर हमला कश्मीर की आत्मा पर सीधा हमला है" उन लाखों पंडितों के ज़ख़्मों पर नमक छिड़कना है, जिन्हें जम्मू-कश्मीर छोड़ना पड़ा।अब्दुल्ला परिवार के शासन काल में कश्मीरी पंडितों की निर्मम हत्याएं की गई। उनकी पीढ़ियों की संपत्ति को लुटा गया। हजरों दुकानों को अग्नि भेंट कर दिया। अगर अब्दुल्ला और मुफ्ती ने आतंकवादियों को आश्रय नहीं दिया होता और उन्हें प्रोत्साहित नहीं किया होता, तो पाकिस्तान की खुख्यात ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई की साजिशें सफल न होती। कश्मीरी पंडित कश्मीर से पलायन न करते।
चुग ने कहा कि कश्मीरी पंडित भी उतने ही कश्मीरी हैं जितने अब्दुल्ला और मुफ्ती। लेकिन जिस तरह से पंडितों को जम्मू-कश्मीर से बाहर निकाला गया, वह हमेशा भारत के इतिहास का एक काला अध्याय होगा और इसके लिए अब्दुल्ला और मुफ्ती को देश से माफी मांगनी चाहिए।
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