सशक्त जनाधार वाले परिपूर्ण नेता डाॅ. परमजीत सिंह रानू
चंडीगढ़ ( डॉ राकेश पुंज
लोक सभा संगरूर से सांसद भगवंत मान ने मुख्य मंत्री बनने पर इस्तीफा दे दिया है जिससे इस सीट पर मध्यावधि चुनाव होना है।
डा.परमजीत रानू सहिजधारी सिख पार्टी के अध्यक्ष संगरूर लोक सभा क्षेत्र के ही गाँव हमीदी के है तथा उनकी जनम भूमी भी इसी लोक सभा क्षेत्र के जिला बरनाला का गाँव जलूर है तथा गाँव भदलवड मे वह पढे है। बतौर होम्योपैथीक डाक्टर मलेरकोटला मे भी उनका अच्छा खासा नाम है। बरनाला,मलेरकोटला एवं संगरूर तीनो जिलो मे डा.रानू की अच्छी पकड है । आज भी उनके काफ़ी रिशतेदारीया लोक सभा संगरूर मे है जिस कारण उनका जनअधार काफी मजबूत है।
*डा.रानू का परीवार देशभकतो का परीवार है उनके पिता जी स्वर्गीय श्री सज्जन सिंह रानू एयरफोर्स में थे जिन्होंने देश के लिये 2 जंगे लड़ी (1965 & 1971).*
वैसे भी रायेकोट संगरूर लोकसभा का आखरी शहर है। यदी उनको लोक सभा संगरूर के जिमनी चुनाव मे भाजपा की ओर से प्रतियाशी बनाया जाये तो पार्टी की स्थिति काफी मजबूत रहेगी।
वैसे 2022 विधान सभा चुनाव मे भी सहिजधारी सिख पार्टी ने NDA को बिना शरत समर्थन देते हुए मान्यनीय केंद्रीय मंत्री श्रीमती मिनाकशी लेखी जी के सहयोग से अपने 30 प्रतियाशी भाजपा के हक मे बिठाये थे। मान्यनीय केंद्रीय मंत्री श्री पियुश गोयल जी एवं मान्यनीय केंद्रीय मंत्री श्री राजनाथ जी भी सहिजधारी सिख पार्टी के इस समर्थन के बारे मे अच्छी तरह से वाकिफ है।
*डा.रानू पुराने सवंयसेवक भी है तथा उन्होंने मान्यनीय प्रधानमंत्री जी सर्व श्री नरेन्द्र मोदी जी के पंजाब प्रभारी होने के समय उनकी टीम मे किसान मोर्चे के प्रदेश महामंत्री के पद पर काम किया है।*
पंजाब मे आम आदमी पार्टी को लोगो ने अकालीदल एवं कांग्रेस के विरोध मे मजबूरी मे फ़तवा दिया है और अब लोग शिरोमणी कमेटी से भी अकालीदल का कबजा हटाने के मूड मे है जो सिर्फ सहिजधारी सिख वोटरो दवारा ही होना संभव है इस लिये सहिजधारी सिख पार्टी पहिले ही प्रचार कर रही है के यह भाजपा की सहायता से ही हो सकता कियो के संसद मे बहुमत भाजपा के पास है और 2016 मे उनका पक्ष सांसद मे नही रखा गया। अब अकालीदल भाजपा के साथ नही है इसी लिये सहिजधारी सिख पार्टी भाजपा के साथ गई है।
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