हिमाचल प्रदेश पोंटा साहिब से सूबे के बहुउद्देशीय एवं ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने अपने हजारों समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल किया
हिमाचल प्रदेश
पोंटा साहिब
अक्षय गिल
पांवटा साहिब: ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी को आज भी पांवटा की जनता का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है। इनकी सादगी के लोग कायल हैं। इनको ऊर्जा मंत्री का दायित्व भी वैसे ही नहीं मिला है। इस पद तक पहुंचने के लिए इन्होंने कठिन तपस्या की है। तभी पांवटा साहिब से 3 बार विधायक बने है। अब चौका लगाने की तैयारी है। एक वक्त ऐसा था जब सिरमौर की पांचो सीटो पर कांग्रेस का एकछत्र साम्राज्य था।
लेकिन इस राजनीति के चाणक्य ने कांग्रेस के किले को भेदने के लिए रात-दिन एक किया। ये बहुत बहुत पहले से संघ से जुड़े रहे है। लेकिन इनका राजनीतिक सफर 1993 में पांवटा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक फतेह सिंह की हार के बाद शुरू हुआ। और बीजेपी ने इनको पहली बार 1998 में भाजपा उम्मीदवार बनाया गया। उस वक्त ये हार गए। फिर भी इन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आखिरकार वर्ष 2002 में उनको पहली बार पांवटा की जनता से जीताकर भेजा। इसके बाद 2007 में फिर से चुनाव जीते और उनको सीपीएस बनाया गया। 2012 में हार गए थे लेकिन इन्होंने फिर भी हार नही मानी और हारने के बाद भी जनता से संपर्क जारी रखा।
और फिर 2017 में भारी मतों से जीत दर्ज की। आज भी पांवटा में जनता के बीच वैसे ही है। वह रात नहीं देखते। जब भी कार्यकर्ताओ ने बुलाया पहुंचे। कोई अस्पताल में बिमार हो, कोई घर में बिमार हो, उनके लिए रात को चल देते है। यहां तक जो जेब में पैसे होते है। गरीबो को देते है। वह अपना ज्यादातर वेतन भी गरीबो के कल्याण पर खर्च कर देते हैं।
सुखराम चौधरी का जन्म पुरुवाला काशीपुर गांव में 15 अप्रैल 1964 को हुआ। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने आईटीआई की और विद्युत विभाग में बतौर जेई काम करना शुरू किया। आरएसएस की शाखाओ में भी जाते रहे है। राष्ट्रभक्ति की भावना से ओत प्रोत सुखराम रात दिन जनता सेवा को समर्पित है।
ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी नामांकन से पूर्व मीडिया से रूबरू हुए और उन्होंने आम जनमानस से आह्वान किया कि वह अगर जीत हासिल करते हैं तो पोंटा साहब के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
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