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सोमवार, 26 दिसंबर 2022

तुलसी पूजा दिवस पर कविश्रो ने बांधा समा बताया सनातन धर्म में तुलसी का महत्व

तुलसी पूजा दिवस पर कविश्रो ने बांधा समा 

बताया सनातन धर्म में तुलसी का महत्व 


भगवान शंकर ने तुलसी माता के लिए क्या कहा है ?


कैसे करे तुलसी पूजन बताया मास्टर भीम मोड़ ने

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Barnala

Brahman sabha 


 भगवान श्री परशुराम मंदिर (त्रिदेव धाम) (श्री ब्राह्मण सभा बरनाला रजि:) के परिसर में  तुलसी पूजा के उपरांत सनातनी कविश्वरी भजन दरबार ब्राह्मण सभा बरनाला रजि: तथा नमो नारायण प्रचार मंडल बरनाला दोनों संस्थाओं के द्वारा सामूहिक रूप में करवाया गया। इस कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध  गोल्डमेडलिस्ट कविश्वर मास्टर भीम मौड़ वालों ने अपने साथियों सहित सनातनी कविश्वरी भजन गायन किया। सबसे पहले तुलसी माता का पूजन किया गया। गोल्ड मैडलिस्ट कविशरी जत्था भीम मौड़ वालों ने अपनी मंडली के साथ मंगलाचरण से शुरुआत कर के गाय माता की पुकार का प्रसंग सुनाया। जिस उपरांत उन्होने तुलसी माता का व्याख्यान किया कि इस में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास है, अंत में धन्ना भगत का प्रसंग सुनाया। इस मौके पर अनिल दत्त शर्मा, प्रधान राहुल बाली, नमो नारायण मंडल के किशोर शर्मा, ब्राह्मण सभा के सेक्ट्री संजीव शर्मा, संगीतकार विनोद शर्मा,कुलजीत मारकंडा , मिशन न्यू इंडिया के राष्ट्रीय महामंत्री डा राकेश पुंज जी, ऐडवोकेट दीपक जिंदल , ऐडवोकेट चेतन शर्मा ,यश शर्मा चेयरमैन, गोपाल शर्मा सह सचिव, हरविंदर कौशल, ऋषि,


बजरंग दल के नीलमणि समाधिया, सुरिंदर पाल कौशल, पतविंदर सिंह, जतिंदर कुमार, राम धन, रोबिन सिद्धू, मखन शर्मा, परमिंदर शर्मा, घनश्याम दास, डॉ महावीर गर्ग, पीडी शर्मा, संजीव रामपाल, राकेश गौड़, पंडित जानकी दास और चेतन जिंदल आदि उपस्थित थे।


आपको बता दे कि यह महोत्सव ऐडवोकेट चेतन शर्मा जी की बिटिया दिवांशी शर्मा के जन्मदिन की खुशी में सनातन संस्कृति की परंपरा को कायम रखते हुए मनाया गया। जिससे समाज को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने की प्रेरणा मिले ।

तुलसी पूजा दिवस पर कविश्रो ने बांधा समा   बताया सनातन धर्म में तुलसी का महत्व
  • Title : तुलसी पूजा दिवस पर कविश्रो ने बांधा समा बताया सनातन धर्म में तुलसी का महत्व
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  • Date : दिसंबर 26, 2022
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