ठिठुरती ठण्ड में भी पेंटिंग अभियान चलाया ‘हमारा प्यार-हिसार’ ने!
हिसार में दिसम्बर का एक और सर्द दिन। सुबह के साढ़े सात बजे हैं, अधिकाँश लोग रविवार की छुट्टी के चलते अभी बिस्तरों में दुबके हुए हैं लेकिन कोर्ट परिसर के बाहर कुछ चहल पहल है।
हल्के कोहरे के बीच शहर के विभिन्न क्षेत्रों से चल कर कुछ बुजुर्ग, युवा, महिलाएँ व बच्चे अपनी-2 बाइक या कार द्वारा यहाँ पहुँच रहे हैं। ये सब अलग-2 व्यवसायों व कार्यों से सम्बन्ध रखते हैं पर एक बात जो इन सबको आपस में जोड़ती है वह है अपने शहर को साफ़ व सुन्दर बनाने का इनका जज़्बा। ये सभी ‘हमारा प्यार-हिसार’ ग्रुप के सदस्य हैं जो हर रविवार शहर के किसी न किसी सार्वजनिक स्थल को चमका रहे होते हैं।
आज ये कोर्ट परिसर के प्रवेश द्वार के साथ लगती दीवारों पर पेंटिंग करने वाले हैं। देखते ही देखते सबने अपना-2 काम चुन लिया। कुछ ने पेंट तैयार करने लगे तो कुछ ने फुटपाथ पर उग आई झाडियों को काटना शुरू कर दिया। सबने मिलकर लगभग तीन घंटों की मेहनत से दीवारों को सुन्दर कलाकृतियों से सजा दिया।
आज के अभियान में सुशील खरींटा, डॉ एस के गर्ग, प्रो हरीश भाटिया, डॉ बी बी बाँगा, त्रिलोक बंसल, हरीश चन्द्र, डॉ अनिमेष अग्रवाल, डॉ मेघा अग्रवाल, मनीष गोयल, सत्येन्द्र यादव, डॉ विजय कादयान, डॉ निशान्त बंसल, डॉ विनीता बंसल, डॉ अमन मेहता, जितेन्द्र बंसल, राजेंद्र गहलोत, मूलचन्द खत्री, संजय मारवाड़ी, डॉ राज वर्मा, जितेंद्र सैनी, संजय गर्ग, कमल भाटिया, मंजुला खत्री, मीरा सिवाच, ममता छाबड़ा, अंजलि भाटिया, कृष्णा अग्रवाल, युद्धवीर पान्नु, नरेश नागर, गुरविंद्र सिंह, दिनेश बंसल, नवीन बिंदल, प्रवीण मित्तल, राकेश टंडन, कविता टंडन, महेश पारीक, अमित गुप्ता, कमल शर्मा, तनुजा बिश्नोई, सुनीता कसवां, उदय जैन, ख़ुशी जैन, पूर्वी बंसल, लक्ष्मण, कृति, भारत सिंगल, ध्रुव सिंगल, सिमरन, भाविनी, लोकांक्षा, श्रेयांश, शारव, माही, रिया, मेघा, दिव्या, अभिमन्यु, निवि व नयन शामिल हुए।
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