सौरव चंडीदास गंगोपाध्याय उर्फ सौरभ गाँगुली
डा राकेश पुंज
केशव वरदान पुंज
चंडीगढ़
सौरभ गाँगुली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैं। सौरभ का जन्म बंगाल के सबसे रईस परिवार में हुआ था। बंगाल में सौरभ दादा नाम से विख्यात हैं। बंगाल की बड़ी बड़ी शख्सियत दादा के सामने नतमस्तक होती है। वर्तमान में सौरभ गाँगुली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष हैं साथ ही विजडन इंडिया के साथ संपादकीय बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं।
सौरभ गाँगुली विश्व के महानतम बल्लेबाजों में से एक हैं और इनकी गिनती विश्व के महानतम कप्तानों में भी होती है।
सुप्रीम कोर्ट ने सौरभ गाँगुली को इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) की संचालन परिषद का सदस्य नियुक्त किया है। जिस वक्त भारतीय क्रिकेट टीम विश्वस्तर में आठवीं पायदान में थी तब गाँगुली ने कप्तान बनकर टीम को पहले पायदान में ला दिया था।
सौरभ गाँगुली मौजूदा वक्त में बीसीसीआई के अध्यक्ष भी हैं।
क्रिकेट ग्राउंड में अग्रेसिव रहने के कारण सौरभ को सब बंगाल टाइगर भी कहते हैं।
सौरभ गांगुली के शाही अंदाज के कारण उन्हें सब मॉडर्न डे महाराजा कहते हैं। कहानी कुछ इस प्रकार है एक बार सौरभ से खिलाडियों को ग्राउंड में जाकर पानी पिलाने को कहा गया था तो उन्होंने स्पष्ट मना कर दिया था। सौरभ के इस शाही अंदाज में कभी बदलाव नही आया जिसके कारण इन्हें कई बार आलोचना का शिकार होना पड़ा था।
सौरभ गाँगुली ने अपने नेतृत्व में कई खिलाडियों को मौका दिया था जिसमे जहीर खान, युवराज सिंह,राहुल द्रविड़,लक्ष्मण, हरभजन सिंह,महेंद्र सिंह धोनी समेत कई खिलाड़ी थे।
क्रिकेट के ग्राउंड में सौरभ बेपरवाह सबसे लड़ने को तैयार रहते थे जिसके कारण इनका मनमुटाव कई दिग्गजों के साथ हुआ पर इन्होंने इसकी परवाह किये बिना अन्तराष्ट्रीय स्तर मे 17 हजार से ज्यादा रन बनाया।
2004 में भारत सरकार द्वारा इन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था।
बंगाल में एक कहावत है " बंगाल मतलब दादा 💪💪 दादा मतलब बंगाल 💪💪
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