देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी ने अंग्रेजो द्वारा बनाए गए ससद भवन की जगह आजाद भारत के संसद भवन का शिलान्यास करके नए भारत का संदेश पूरे विश्व को दे दिया है - डा पुंज
नया संसद भवन प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक कदम : डा पुंज
पुंज ने प्रधानमंत्री मोदी का किया धन्यवाद, दोनो सदनों के सदस्यों सहित देशवासियों को दी बधाई
केशव वरदान पुंज
चंडीगढ़
मिशन न्यू इंडिया के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन डा राकेश पुंज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को लोकतंत्र का नया मंदिर संसद भवन की नई ईमारत के रूप में दिया है ,वह प्रधानमंत्री मोदी का एक ऐतिहासिक कदम है। आपको बता दे कि नए संसद भवन का आज 28 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उदघाटन किया है। इस मौके पर डा पुंज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद करते हुए दोनो सदनों के सदस्यों सहित समस्त देशवासियों को बधाई दी है।
इस मौके पर डा राकेश पुंज ने बताया कि लोकतंत्र के इस मंदिर को भव्य बनाने के लिए पूरे 96 साल बाद इसे फिर से एक नया रूप दिया गया है। साल 1927 में पुराने संसद भवन का निर्माण अंग्रेजो द्वारा किया गया था। उस समय वहीं सुविधाएं रखी गई जिनकी जरूरत थी। लेकिन अब कई नई चीजों के आभाव को मद्देनजर रखते हुए 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्यास रखा था। नए संसद भवन में लोकशभा के 888 और राज्यसभा के 300 सांसद बैठ सकते हैं। अगर दोनों सदनों की एक साथ बैठक होती हैं, तो एक समय में यहां 1,280 सांसद बैठ सकेंगे। पुराने संसद भवन में लोकसभा के 550 और राज्यसभा के 240 सदस्यों के बैठने की ही व्यवस्था थी। नए संसद भवन के निर्माण के दौरान वायु और ध्वनि प्रदूषण पर रोकथाम के लिए बेहतरीन व्यवस्था की गई है। नए संसद भवन में सभी सांसदों के लिए अलग-अलग आधुनिक दफ्तर होगें। नई इमारत में एक भव्य संविधान हॉल, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक लाइब्रेरी, डाइनिंग हॉल और पार्किंग की जगह भी होगी। इसमें 6 गेट हैं तथा सार्वजनिक रास्तों में देश के अलग-अलग हिस्सों की मूर्तियां और आर्ट वर्क हैं। नए संसद भवन में देश में पूज्य मानने वाले जानवरों की झलकियां भी दिखाई जाएंगी जिसमें गरुड़, गज, अश्व और मगर शामिल हैं। यहां तीन गैलरीयां होंगी, जो भारत के पुरातन समय से लेकर आधुनिक समय तक की यात्रा करवाएंगी। नए संसद भवन में तीन नए द्वार भी होंगे, जिन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा संसद की नई इमारत में महात्मा गांधी, डा. भीमराव आंबेडकर, सरदार पटेल, और चाणक्य की ग्रेनाइट मूर्ती भी स्थापित हैं। संविधान हॉल संसद भवन के बीचोंबीच बनाया गया है जिस पर अशोकस्तंभ लगाया गया है। संविधान हॉल में बाबा साहिब डा. भीमराव अंबेदकर द्वारा रचित संविधान की एक कॉपी रखी जाएगी। इसके साथ साथ नए संसद भवन में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस जैसे देश के महान प्रधानमंत्रियों की भी बड़ी बड़ी तस्वीरों को लगाया गया है। डा राकेश पुंज ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी ने अंग्रेजो द्वारा बनाए गए ससद भवन की जगह आजाद भारत के संसद भवन का शिलान्यास करके नए भारत का संदेश पूरे विश्व को दे दिया है
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