पटियाला
डा राकेश पुंज, केशव वरदान पुंज
*राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पटियाला में आई प्राकृतिक आपदा में संभाला सेवा का मोर्चा*
पिछले दिनों लगातार बारिश और लैंडस्लाइड के चलते देश के कई स्थानों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया। पंजाब के पटियाला जिले में भी इसका विकराल रूप दिखा , शहर और गांव के कई इलाके चपेट में आ गए। पर हर बार की तरह इस बार भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने तुरंत इस आपदा में समाज की सहयता और सहयोग के लिए स्वयं को प्रस्तुत किया। पटियाला में बाढ़ के खतरे को भांप कर पिछली 9 जुलाई से ही पटियाला के संघ के स्वयंसेवकों ने बचाव और राहत सामग्री जुटानी शुरू कर दी।
विभाग प्रचारक जीतेंद्र कुमार जी, जिला कार्यवाह दर्शन बंसल जी और जिला प्रचारक श्याम वीर जी ने बताया की संघ के स्वयंसेवकbअलग अलग मोर्चों पर राहत कार्य की योजना का संचालन और नेतृत्व कर रहे हैं। संघ द्वारा सामाजिक सहयोग , स्वयंसेवक Quik Response Team निर्माण और उनका प्रशिक्षण , और प्रशासनिक संपर्क और समन्वय आदि मोर्चों पर लगातार काम शुरू हो गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संघ परिवार के अलग अलग संगठनों सहित समाज के लगभग 13 अन्य संगठनों से संपर्क कर उन्हें आने वाली बाढ़ के भयानक प्रभाव और परिणाम से अवगत कराया और समाज की सेवा का आग्रह किया।
10 तारीख को मौसम खराब होते ही संघ के लगभग 200 से अधिक स्वयंसेवकों ने इस आपदा से समाज को बचाने के लिए स्वयं को तैयार कर लिया। पटियाला जिले के संभावित संकट ग्रस्त स्थानों में पटियाला, समाना, पाटड़ा ,घग्गा , देवीगढ़ , सानौर और घनौर आदि स्थानों के लिए Quik Response Team ( तुरंत कार्यवाही दल) का गठन कर लिया गया.उन्हे आपदा से निपटने और परिवारों को खाद्य सामग्री पहुंचाने का प्रशिक्षण देकर 10 जुलाई को ही सेवा कार्य प्रारंभ कर दिया गया। DC, ADC, SDM और पुलिस प्रशासन के साथ तुरंत संपर्क किया गया , और संघ हर प्रकार के इस संकट काल में प्रशासन के साथ है ऐसा DC साक्षी साहनी और SSP वरुण शर्मा जी को अवगत कराया गया। 11 जुलाई को शहर के इलाकों में पानी भरना शुरू होते ही संघ के स्वयंसेवकों ने सबसे पहले जरूरत मंद परिवारों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का काम शुरू कर दिया। एक दिन में ही लगभग 12 परिवारों को अर्बन स्टेट फेस 2 से बाहर निकाला गया। पहले दिन के अंत तक संघ के स्वयंसेवकों ने NDRF और सेना के जवानों के साथ उनका सहयोग करते हुए कुल लगभग 1500 लोगो तक राहत सामग्री पहुंचाई जा चुकी थी । अर्बन स्टेट फेस 1 और 2 के साथ साथ गोविंद बाग, हीरा बाग , गुरबख्श कॉलोनी ,बाबा दीप सिंह नगर, ऋषि कालोनी , बाजवा कॉलोनी , एकता नगर , नीलिमा विहार , गोपाल नगर, सनौरी अड्डा और मथुरा कॉलोनी आदि स्थानों पर सेवा कार्य शुरू कर दिए गए। संघ के स्वयंसेवकों ने सेना और NDRF के साथ मिलकर अबतक लगभग 100 परिवारों को उनके अपेक्षित सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया । पंजाब पुलिस और ट्रैफिक अधिकारियों के साथ मिलकर यातायात व्यवस्था और दुर्घटना संभावित राजपुरा पटियाला मार्ग को रोकने में भी स्वयंसेवकों ने सहयोग किया। कई स्थानों पर पशुओं की सेवा का जिम्मा भी संघ के स्वयंसेवकों ने उठाया।
आर्य समाज चौक स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पटियाला जिला कार्यालय चेतना केंद्र को मुख्य सेवा केंद्र बनाने के साथ ही कुल 7 सेवा केंद्र बनाए गए। जहां से राहत सामग्री के रूप में मिनरल वाटर , ताजा भोजन के पैकेट , बिस्किट , रस , ब्रेड , पैकेज और पाउडर दूध आदि वितरण ट्रैक्टर और ट्रॉली द्वारा टोलियों के रूप में बांटने का काम शुरू हो गया।
10 जुलाई से लेकर 12 जुलाई तक लगभग 5000 लोगों को राहत और खाद्य सामग्री पहुंचाई गई। बहुत से लोगो को उनकी जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध कराई गई। DC कार्यालय के आदेश पर 500 भोजन के पैकेट सरकारी सहायता केंद्र पर भी पहुंचाए गए। अभी भी लगातार DC ऑफिस की सूचना पर लोगो को सहायता पहुंचाने का कार्य जारी है। संघ की इसके तुरंत बाद प्रभावित स्थानों पर चिकित्सा केंद्र (डिस्पेंसरी) खोलने की योजना है , ताकि बाढ़ राहत के बाद गंदगी और बीमारी की समस्या से भी तुरंत निपटा जाए। इसके लिए कई डॉक्टर्स से संपर्क करके दवाइयों का संग्रह भी शुरू हो गया है।
जिला कार्यवाह दर्शन बंसल जी ने बताया अभी मौसम विभाग और प्रशासनिक सूचना के अनुसार बाढ़ का खतरा बना हुआ है। संभवतः पटियाला जिले के घग्घर नदी के क्षेत्र में अगले 2 दिनो में पानी बढ़ने की आशंका है। पर संघ के सभी स्वयंसेवक मुस्तैदी से हर समस्या से निपटने और समाज की हर संभव सेवा और सहायता के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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