कर्मचारी एवं पेंशनभोगी संगठनों द्वारा रोष रैली कर केंद्र एवं मणिपुर सरकार का पुतला फूंका
होशियारपुर=दलजीत अजनोहा
भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्मों के लोग मतभेदों के बावजूद एक साथ रहते रहे हैं। लेकिन जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, संप्रदायों में जहर घोल दिया गया है। देश के अलग-अलग हिस्सों में ऐसी कई घटनाएं हो रही हैं जहां दलितों, पिछड़ों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है। भारत के मणिपुर राज्य में बिगड़ते हालात अभी शांत नहीं हुए हैं, राज्य में सरकार प्रायोजित युवाओं द्वारा अन्य जनजातियों की महिलाओं के साथ यौन शोषण की सारी हदें पार करने के बाद भी राज्य की बीरेन सिंह सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ने कोई सार्थक कदम नहीं उठाया उल्टा मोदी विदेश यात्राओं में व्यस्त हैं। महिलाओं के यौन शोषण के विरोध में कर्मचारी-पेंशनभोगी संगठनों ने प्रिंसिपल प्यारा सिंह, किसान नेता तलविंदर हीर, नरिंदर अजनोहा, मक्खन सिंह लंगेरी और कमलजीत कौर के संरक्षण में माहिलपुर की सब्जी मंडी में रैली की और शहर में विरोध मार्च निकाला। संगठन के नेताओं को इस अपराध में शामिल लोगों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा देनी चाहिए ताकि कानून के प्रति लोगों का विश्वास बहाल हो सके और राज्य के हालात ठीक हो सकें। इस मौके पर सतपाल लठ, विजय बंबेली, प्रोफेसर अजीत सिंह, सोहन सिंह भुन्नो, सुखदेव डांसीवाल, हरभजन सिंह, महेंद्र पाल, सगली राम, लवदीप कौर, मनजिंदर हालुवाल, नीलम, जसकरनजीत सिंह, जसवीर, आशा, परमजीत, जगदीश, शिंदरपाल, रघवीर सिंह, दविंदर सिंह आदि सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी, पेंशनभोगी और अन्य लोग मौजूद रहे ।
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