Punjab Politics: अपने सिंबल पर नगर काउंसिल चुनाव लड़ ताकत आंकेगी BJP - सुनील जाखड़
केशव वरदान पुंज
चंडीगढ़:
लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले 39 नगर काउंसिल और नगर पंचायतों के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी गंभीर नजर आ रही है। भाजपा ए और बी श्रेणी की नगर काउंसिल व नगर पंचायतों के चुनाव अपने चिन्ह पर लड़ने की तैयारी में है।
अंतिम फैसला पार्टी की बैठक के बाद ही लिया जाएगा
जिन 39 नगर काउंसिल और नगर पंचायतों में चुनाव होने जा रहे हैं, भाजपा इससे पहले वहां पर अपने चिन्ह पर कभी नहीं लड़ी। भाजपा इन चुनावों के जरिये अपनी ताकत को भी आंक लेना चाहती है, ताकि लोकसभा चुनाव को लेकर स्थितियां स्पष्ट हो जाएं। हालांकि, भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ का कहना है कि अंतिम फैसला पार्टी की बैठक के बाद ही लिया जाएगा, लेकिन भाजपा चुनाव को लेकर तैयार है।
बता दें कि शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन टूटने और तीन कृषि कानूनों को लेकर हुए किसान आंदोलन के बीच 2021 में भाजपा ने पहली बार अपने दम पर नगर निगम व नगर काउंसिल के चुनाव लड़ी थी। राज्य में 1,815 वार्डों (नगर निगम व नगर काउंसिल) में से भाजपा मात्र 58 वार्डों में जीत हासिल कर पाई थी।
इस बार भी भाजपा अपने सिंबल पर नगर काउंसिल व नगर पंचायतों में उतरने की तैयारी में है। राज्य में चार प्रमुख राजनीतिक पार्टियां हैं। इनमें से कांग्रेस और शिअद ऐसी पार्टी हैं, जोकि हमेशा ही अपने सिंबल पर चुनाव लड़ती रही हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी की पंजाब में सरकार है।
भाजपा पहली बार इन 39 नगर काउंसिल व नगर पंचायतों में चुनाव लड़ेगी। इससे पहले वह शिअद के साथ गठबंधन में रहते हुए ही चुनाव लड़ती रही है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता बताते हैं कि पूर्व प्रधान अश्वनी शर्मा के कार्यकाल में ही यह फैसला लिया गया था कि ए और बी श्रेणी की नगर काउंसिलों के चुनाव भाजपा अपने सिंबल पर ही लड़ेगी।
भले ही अब पार्टी की कमान नए प्रधान सुनील जाखड़ के हाथों में हैं, लेकिन इस फैसले में कोई बदलाव शायद न हो। क्योंकि 2024 से पहले पार्टी के सामने अपनी स्थिति को आंकने व गांव-गांव तक पहुंच बनाने का यह अच्छा जरिया है।
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