कमलेश गोयल मक्कड़ा की अंतिम अरदास आज शांति हाल में 1बजे दोपहर
ममता की मूर्ति कमलेश गोयल मक्कड़ा की अंतिम अरदास 25 जनवरी वीरवार को शांति हाल में
धार्मिक , सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यों में हमेशा रहती थी आगे श्री मती कमलेश गोयल मक्कड़ा
केशव वरदान पुंज
डा राकेश पुंज
बरनाला
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री सुभाष मक्कड़ा की धर्मपत्नी
श्रीमती कमलेश गोयल मक्कड़ा पूर्व पार्षद करीब 69 वर्ष की श्वासो की पूंजी को भोग कर गौ लोक को प्रस्थान कर गई हैं। श्री मती कमलेश गोयल मक्कड़ा हमेशा सामाजिक सांस्कृतिक और धार्मिक का्यों को प्राथमिकता देती थी,जिस कारण उनकी कार्यशैली से प्रभावित वार्डवासियों द्वारा उन्हें पार्षद चुना गया। श्री मती कमलेश गोयल मक्कड़ा ने लोगो द्वारा दी गई इस जिम्मेदारी को पूरी मेहनत,ईमानदारी और लगन से निभाया। बरनाला के लोग लोग आज भी उनके द्वारा करवाए गए धार्मिक, सामाजिकऔर वार्ड की बेहतरी के लिए किए गए कार्यों को याद करके भावुक हो जाते हैं। उनको धार्मिक यात्राओ का बहुत शौक था, जिस कारण उन्होंने भारत के लगभ्रग सभी धार्मिक स्थलों के दर्शन किए । श्रीमती कमलेश गोयल का संक्षिप्त बीमारी के कारण गत 14 जनवरी को अचानक निधन हो गया। जिससे सारे शहर निवासियों में शोक की लहर दौड़ गई। हर आंख नम हो गईं।
श्रीमती कमलेश गोयल मक्कड़ा अपने पीछे हरी भरी फुलवाडी छोड़ गई हैं,
उनके दो होनहार सुपुत्र केवलकृष्ण मक्कड़ा और लोकेश मकड़ा ने शहर में विजिट रेस्टोरेंट चलाकर होटल व्यवसाय में अपनी अलग पहचान बनाई है।
दोनो बेटे अपनी माता के पदचिन्हों पर चलते हुए शहर में चल रहे सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमों में हमेशा बड़ चढ़ कर हिस्सा लेते है और आर्थिक सहयोग करते हैं l
श्री मती कमलेश गोयल मक्कड़ा की आत्मिक शांति हेतु श्रीमद् गरुड़ पुराण जी की कथा का भोग और श्रद्धांजलि समारोह 25 जनवरी, दिन वीरवार को दोपहर 1से 2 बर्ज तक शाति हाल, राम बाग बरनाला में है।
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