भरतनाट्यम में नृत्यांगना रिशिका बिश्नोई रही अव्वल
होशियारपुर=दलजीत अजनोहा
प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ द्वारा आयोजित भरतनाट्यम संगीत भूषण पार्ट टू शिक्षा सत्र 2023 की परीक्षा में नृत्यांगना रिशिका बिश्नोई ने डिक्टेशन अंको के साथ उत्तीर्ण कर अपने हूनर का परिचय देकर यह सिद्ध कर दिया की क्षेत्र चाहे कोई भी हो सेवा का हो या कला का रहूंगी तो अव्वल। नृत्य में विशेष लगाव रखने वाली बालिका रिशिका बिश्नोई ने मात्र चार वर्ष की उम्र में ही भरतनाट्यम को तनाव मुक्ति का कारण मानते हुए नृत्य ओर कला में कठिन मेहनत प्रारंभ कर दी। आज के तनाव भरे युग में संगीत एवम नृत्य एक साधना हैं इस साधना में गुरू अपना रूप अपने शिष्यों में निहारता है। भारतनाट्यम में आज भी गुरू शिष्य पद्धति की जीवन्त हैं। मानव सेवा से सम्मान प्राप्त कर द मोस्ट इंस्पायरिंग गर्ल ऑफ अर्थ का खिताब हासिल करने वाली नन्ही नृत्यांगना अपनी इस सफ़लता का श्रेय अपनी मम्मी अधिवक्ता निशा बिश्नोई पिता डॉ भूपेन्द्र वास्तुशास्त्री, गुरू सरस्वती शर्मा व दादा गुरु राजेश शर्मा को प्रदान करती हैं। ज्ञात रहे डी पी एस पाली रोड कक्षा आठ में अध्ययनरत छात्रा रिशिका बिश्नोई ने विभिन्न क्षेत्रों में आठ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराएं, साथ ही 1750 से ज्यादा अवॉर्ड, छः हजार पौधा रोपण कर हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका अदा करती हैं।
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