कमजोरियों को पहचान कर करें सुधार, सफलता कदम चुमेगी: कोमल मित्तल
- डिप्टी कमिश्नर ने इसरो के युविका प्रोग्राम के लिए चयनित होशियारपुर के सरकारी स्कूल की छात्राओं के साथ भेंट कर बढ़ाया हौंसला
- छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए दी शुभकामनाएं
- कहा, भविष्य में किसी भी क्षेत्र में जाओ लेकिन आदर्श नागरिक बन समाज के लिए कुछ न कुछ जरुर करें
*होशियारपुर= दलजीत अजनोहा
सपने जरुर देखें और उसे हकीकत में बदलने के लिए जी जान से मेहनत करें, अपनी कमजोरियों को पहचाने और उसमें सुधार कर उस कार्य में निपुणता हासिल करें , जिस दिन इस दिशा में आपने काम करना शुरु कर दिया, सफलता आपके कदम चूमेगी। यह विचार डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने इसरो के युविका प्रोग्राम में ट्रेनिंग के लिए चयनित होशियारपुर के सरकारी स्कूल की दो छात्राओं के साथ बातचीत के दौरान रखे। आज उन्होंने अपने कार्यालय में भारतीय अंतरिक्ष खोज संस्था (इसरो) में युवा वैज्ञानिक कार्यकम (युविका-2024) ट्रेनिंग के लिए चयनित होने पर छात्राओं से मुलाकात कर उनका हौंसला बढ़ाया व उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने छात्राओं, उनके अध्यापक व अभिभावकों को उनकी सफलता के लिए भी बधाई दी।
डिप्टी कमिश्नर ने चयनित छात्राओं के साथ बातचीत करते हुए उनके भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा और कई नवीन और सहज प्रश्नों के उत्तर भी दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से अधिक से अधिक विद्यार्थियों के विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में आगे बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा के कार्यक्रम का उद्देश्य युवा दिमागों को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में करियर बनाने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करना है। भारतीय अंतरिक्ष खोज संस्था इसरो द्वारा आयोजित युविका कार्यक्रम के अधीन होशियारपुर जिले के सरकारी हाई स्कूल गोविंदपुर खुणखुण की नौवीं कक्षा की होनहार छात्रा गुरलीन कौर और सरकारी हाई स्कूल जुझार चठीयाल की नौवीं कक्षा की छात्रा अर्शप्रीत कौर ने पूरे भारत में से चुने गए 350 विद्यार्थियों में अपना स्थान बनाया है। गुरलीन कौर को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ रिमोर्ट सेंसिंग देहरादून में 15 दिन की ट्रेनिंग का अवसर प्राप्त हुआ है।
कोमल मित्तल ने कहा कि इन स्कूलों के बच्चे पहले भी राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बना चुके हैं और विज्ञान के विषय में बच्चों की महारत अपने आप में दूसरों के लिए एक उदाहरण बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि इन स्कूलों की छात्राओं को इसरो द्वारा चुना गया है । उन्होंने कहा के पूरे देश में चयनित विद्यार्थियों में अपना स्थान बनाना वास्तव में उसकी योग्यता को दर्शाता है। उन्होंने कहा की गाइड अध्यापक के साथ-साथ दूसरे स्टाफ सदस्यों ने भी उसकी सफलता में अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि गुरलीन तथा अर्शप्रीत कौर की इस सफलता से दूसरे विद्यार्थियों को भी आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा के सरकारी स्कूलों में स्कूलों में प्राथमिक स्तर पर अब विद्यार्थियों से वर्किग मॉडल आदि बनवाए जाने लगे हैं जिससे विद्यार्थियों की रुचि विज्ञान विषय तथा इसके प्रयोगों में बढ़ रही है। उन्होंने छात्राओं को कहा कि वे भविष्य में किसी भी क्षेत्र में जाएं लेकिन आदर्श नागरिक की जिम्मेदारी निभाते हुए बन समाज के लिए कुछ न कुछ जरुर करें। इस मौके पर सहायक कमिश्नर दिव्या. पी, जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) शिक्षा गुरिंदरजीत कौर, उप जिला शिक्षा अधिकारी धीरज वशिष्ठ, सरकारी हाई स्कूल गोविंदपुर खुणखुण की मुख्य अध्यापिका स्मृतु राणा तथा गाइड अध्यापिका पवन चौधरी, सरकारी हाई स्कूल जुझार चठीयाल के इंचार्ज मुख्य अध्यापक सतपाल और गाइड अध्यापक अमनप्रीत सिंह सहोता भी उपस्थित थे।
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