*प्रसिद्ध शायर सुभाष पारस की लिखत गजल से मंत्र मुक्त किया गायक सुनील डोगरा ने।*
सभ्याचार संभल सोसाइटी ने शायर सुभाष पारस का करवाया सम्मान समारोह
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
दृढ़ इच्छा से विकलांगता को हराने वाले उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शायर सुभाष पारस ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर इच्छा शक्ति दृढ़ हो तो कोई भी ताकत मुश्कि नहीं बन सकती। उपरोक्त शब्द राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित शिक्षा वादी डॉक्टर धर्मपाल साहिल ने सब्याचार संभल समिति द्वारा प्रसिद्ध शायर सुभाष पारस के सम्मान में करवाए गए समारोह को संबोधित करते हुए कहे। समारोह को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध समाजसेवी संजीव तलवाड़ ने कहा कि आज के दौर में मां-बाप इस बात से परेशान हैं कि उनकी औलाद सोशल मीडिया एवं मोबाइल के माध्यम से पथभ्रष्ट हो रही है पर सुभाष पारस ने इसी माध्यम को हथियार बनाकर शायरों की दुनिया में अपना नाम सुनहरी अक्षरों से लिखा है। सम्मान समारोह में सुनील डोगरा और प्रो.बलराज ने मधुर संगीतमय सुरों में सुभाष पारस की लिखीं गहर-गंभीर दार्शनिक रचनाएं और कुछ ऐतिहासिक रचनाएं प्रेम और भाईचारे का संदेश देती हुईं ग़ज़लें, टप्पे गाकर सभी को मंत्र मुक्त कर दिया।
मंच का पंजाब के बड़े मीडिया प्लेटफार्मों से जुड़ी हुई मशहूर और मारूफ़ एंकर गुरप्रीत भोगल ने किया । सभ्याचार संभाल सोसायटी होशियारपुर के प्रधान सरदार कुलविंदर सिंह जंडा ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी श्रोताओं का धन्यवाद किया।कार्यक्रम में शिक्षाविद समाज सेविका प्रिंसिपल प्रोमिला अरोड़ा जी ।
पंजाबी लेखिका, पुर्व काउंसलर प्रकाश कौर पाशां जी , यशपाल देवी, लेखिका सपना जसवाल ज , पंजाबी गायक विजे पाल , हैड मास्टर संदेश कुमार, धर्मेंद्र शर्मा सभ्याचार संभाल सोसायटी होशियारपुर से राजीव तलवाड़ राकेश कुमार आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे ।
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