-- *अंबेडकर के मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहा रहे राहुल गांधी- विजय सांपला*
-- *सांपला की दो टूक: ओछी राजनीति करने वालों से सावधान रहे दलित समाज, एकजुटता पर दिया जोर*
-- *कांग्रेस का अंबेडकर विरोधी चेहरा किया बेनकाब, पूछा अंबेडकर को भारत रत्न देने में 42 साल क्यों लगाए*
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
कांग्रेस पार्टी और लोकसभा के नेता विपक्ष राहुल गांधी लंबे समय से अंबेडकर विरोधी सोच को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। ओबीसी और एससी के आरक्षण को लेकर राहुल गांधी ने कई बार झूठी व आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। जातिवादी राजनीति कर वह दलित भाईचारे को तोड़ने व उसमें असंतोष पैदा करने का काम कर रहे हैं। यह कांग्रेस पार्टी का इतिहास है और राहुल इसी इतिहास के सहारे अपना सियासी भविष्य बनाना चाह रहे हैं। यह कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व चेयरमैन विजय सांपला का जो की आज चंडीगढ़ स्थित पंजाब भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश मीडिया प्रमुख विनीत जोशी के साथ पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही है, लेकिन सच यह है कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा बाबा साहब और उनकी सामाजिक समरसता वाली सोच का अपमान किया और आज उनके नाम पर ओछी राजनीति कर रही है। दलित समाज को ऐसी राजनीतिक पार्टियों और नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है।
*नेहरू के कार्यकाल में ही पनपने लगी थी अंबेडकर विरोधी सोच*
सांपला ने कहा कि कांग्रेस की अंबेडकर विरोधी सोच पंडित जवाहरलाल नेहरू के कार्यकाल से ही शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि जब बाबा साहब ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दिया, तो उन्हें संसद में बोलने का मौका तक नहीं दिया गया। बाबा साहब ने अपने त्यागपत्र में लिखा था कि नेहरू सरकार ने उन्हें वित्त और उद्योग जैसे उनके विशेषज्ञता वाले मंत्रालय नहीं दिए और हिंदू कोड बिल जैसे महत्वपूर्ण विधेयकों पर काम करने से रोका गया।
इतना ही नहीं, कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब के त्यागपत्र को जनता के सामने नहीं लाने दिया क्योंकि इससे नेहरू और कांग्रेस की पोल खुल जाती। सांपला ने पंडित नेहरू के एक पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने बाबा साहब के इस्तीफे पर खुशी जताई थी। यह कांग्रेस की सोच को उजागर करता है।
*भाजपा ने दिया बाबा साहब को सम्मान*
विजय सांपला ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब को हराने के लिए 1952 के लोकसभा चुनाव और 1954 के उपचुनाव में साजिश रची। इतना ही नहीं, कांग्रेस ने बाबा साहब को भारत रत्न तक नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब की स्मृतियों को संरक्षित करने की बजाय अड़चनें डालीं, जबकि नेहरू-गांधी परिवार के नाम पर सैकड़ों स्मारक और संस्थान बनाए गए। बाबा साहब के सम्मान में जितने भी कार्य हुए, वे भाजपा सरकार के दौरान हुए। मध्य प्रदेश में उनके जन्मस्थान पर स्मारक, दिल्ली के अंबेडकर सेंटर और लंदन में बाबा साहब के निवास स्थान पर स्मृति स्थल भाजपा सरकारों ने ही बनाए।
*राहुल अंबेडकर के खिलाफ किए गए अपमान के लिए मांगे माफी*
कांग्रेस पार्टी आज भाजपा पर आरोप लगाने के लिए झूठे मुद्दे गढ़ रही है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के एक हिस्से को संदर्भ से काटकर पेश करना कांग्रेस की ओछी राजनीति को दर्शाता है। सांपला ने कहा कि देश की जनता कांग्रेस की इस नाटकबाजी को भली-भांति समझती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, जो बाबा साहब अंबेडकर के सम्मान की बात कर रहे हैं, उन्हें पहले अपने परिवार की नीतियों और अंबेडकर के खिलाफ किए गए अपमान के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने विरोधियों का भी सम्मान करती है, जबकि कांग्रेस सिर्फ एक परिवार के यशोगान में लगी रहती है। सांपला ने कांग्रेस पार्टी से सवाल किया कि उसने बाबा साहब को भारत रत्न देने में 42 साल का समय क्यों लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बाबा साहब और अन्य राष्ट्र निर्माताओं के अपमान के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
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