निर्वासित भारतीयों के साथ कैदी जैसा व्यवहार केंद्र और पंजाब सरकार की लापरवाही का नतीजा / करीमपुरी
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
बहुजन समाज पार्टी के पंजाब अध्यक्ष डॉ.अवतार सिंह करीमपुरी राज्यसभा के पूर्व सदस्य ने अमेरिका से वापस भेजे गए भारतीय सैनिकों के भविष्य के प्रति गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के लोगों को इस घृणित और अपमानजनक व्यवहार के साथ, हाथ-पैरों में बेड़ियां डालकर कैदियों की तरह सैन्य विमान से वापस भेजना बहुत दुःख और चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि निर्वासित भारतीयों के साथ कैदी जैसा व्यवहार केंद्र और पंजाब सरकार की लापरवाही का नतीजा है। करीमपुरी ने कहा कि निर्वासित लोगों की बांह थामने की बजाय केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा संसद में दिया गया बयान जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है। करीमपुरी ने कहा कि अमेरिका को विश्व में शक्तिशाली व महान देश बनाने के लिए केंद्र व पंजाब सरकार को किसी भी देश के नागरिकों के प्रति क्रूर रवैये से सबक लेना चाहिए।
करीमपुरी ने कहा कि मुख्यमंत्री जो अपने भाषणों में विदेश गए लोगों को वापस लाने और रोजगार मुहैया कराने का वादा करते रहे, उन्हें अब निर्वासित होकर आए लोगों के लिए सरकारी नौकरी और रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए। करीमपुरी ने कहा कि सरकार को उन एजेंटों पर भी नकेल कसनी चाहिए जो लाखों रुपए लेकर अवैध रूप से भोले-भाले लोगों को लूट रहे हैं। करीमपुरी ने कहा कि कांग्रेस, भाजपा, आप और अकाली सरकारों द्वारा बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने में विफल रहने और पूरा मानदेय न मिलने के कारण लोग लाखों रुपए खर्च करके जंगलों के रास्ते विदेश जाने को मजबूर हैं, जिसके लिए देश की केंद्र और राज्य सरकारों को रोजगार के लिए रचनात्मक नीतियां अपनानी चाहिए। करीमपुरी ने कहा कि पंजाब सरकार को निर्वासित मजदूरों के परिवारों की पीड़ा को गंभीरता से दूर करना चाहिए।
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