संयुक्त अध्यापक मोर्चा द्वारा शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका गया।
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
अध्यापकों की मांगें मानने के बावजूद उनको निलंबित करने के विरोध में सांझा अध्यापक मोर्चा द्वारा घोषित कार्रवाई के तहत कोट फतूही में नरिन्दर अजनोहा, ओंकार सिंह, परमजीत कातिब व हरभजन सिंह के नेतृत्व में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस का पुतला फूंका गया। अपने संबोधन के दौरान नेताओं ने कहा कि मंत्री द्वारा बार-बार मीटिंग करके मांगे रखी गई हैं, जिनमें बंद किए गए मिडिल स्कूल, पदोन्नत अध्यापकों के लिए स्टेशन चयन फिर से खोलना, सीएंडवी अध्यापकों का वेतन निर्धारण, पुरानी पेंशन बहाली, रमसा अध्यापकों की पहली सेवा, कंप्यूटर अध्यापकों को शिक्षा विभाग में मर्ज करना, आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए तर्कसंगत नीति बनाना, 37 काटे गए भत्तों को बहाल करना, नई शिक्षा नीति को रद्द करना, 2018 के सेवा नियमों को रद्द करना, डीए की किश्तों, डीए एरियर व पे कमीशन एरियर का एकमुश्त भुगतान, केंद्रीय वेतन आयोग को रद्द करना, पेंशनरों के लिए वेतन निर्धारण आदि शामिल हैं। 2.59 गुणांक लागू करने, पिछली भर्तियों के वेटिंग लिस्ट उम्मीदवारों को नियुक्ति आदेश देने, ईटीटी और मास्टर कैडर के लिए चयनित उम्मीदवारों को प्राथमिकता के आधार पर आदेश देने आदि मांगों के ठोस समाधान के आश्वासन के बावजूद अनदेखी की जा रही है। नतीजतन कर्मचारियों और पेंशनरों में भारी रोष है। नेताओं ने पंजाब सरकार से मांग की कि उनकी मांगों का समाधान किया जाए, अन्यथा सरकार के खिलाफ संघर्ष तेज किया जाएगा। कर्मचारियों और पेंशनरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर सगली राम, हरमनोज कुमार, महिंदर पाल, अजय कुमार, कर्मवीर सिंह, सोहन सिंह, परमिंदर कुमार, गुरप्रीत सिंह, हरमिंदर सिंह, मनजिंदर सिंह, सुलखन सिंह, गुरनाम चंद, प्रदीप सिंह, राम प्रकाश सूद, महिंदर सिंह, अवतार सिंह, लेहंबर सिंह, महिंदर सिंह, जोगिंदर सिंह, शिंगारा सिंह, लवदीप कौर, रमनदीप सिद्धू उपस्थित थे।
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