आई-आरएडी और ई-डीएआर पोर्टल का अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
हादसों से जुड़ी जानकारी और मुआवजा प्रक्रिया होगी ऑनलाइन
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
अतिरिक्त मुख्य सचिव, परिवहन विभाग पंजाब और डिप्टी कमिश्नर के निर्देशानुसार आज जिला प्रशासनिक परिसर, होशियारपुर के एनआईसी कॉन्फ्रेंस रूम में पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी (बी एंड आर), राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और पंजाब मंडी बोर्ड के अधिकारियों को आई-आरएडी और ई-डीएआर पोर्टल के संबंध में आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया।
रीजनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी आर.एस. गिल ने बताया कि आई-आरएडी एप का उपयोग पुलिस विभाग द्वारा जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं का विवरण, स्थान, मृतकों/घायलों की संख्या और दर्ज एफआईआर की स्थिति को दर्ज करने के लिए किया जाएगा। इससे हादसों से जुड़ी जानकारी को डिजिटल रूप से संरक्षित और विश्लेषण किया जा सकेगा।
पीडब्ल्यूडी (बी एंड आर) के अधिकारी दुर्घटनाग्रस्त सड़कों का निरीक्षण कर उनकी मरम्मत से संबंधित जानकारी इस एप पर अपलोड करेंगे। वहीं, परिवहन विभाग विभाग के मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर हादसे में शामिल वाहनों की तकनीकी जांच कर उनकी स्थिति और ड्राइवर के लाइसेंस संबंधी रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज करेंगे।
स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर हादसे में घायल व्यक्तियों की स्थिति और कैशलेस इलाज से संबंधित जानकारी पोर्टल पर अपलोड करेंगे। यदि दुर्घटना में किसी की मृत्यु होती है, तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी इसी माध्यम से जोड़ी जाएगी।
रीजनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी ने बताया कि सभी रिपोर्टें पूरी होने के बाद एफआईआर दर्ज होते ही ये जानकारी एमएसीटी (मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल) क्लेम या हिट एंड रन मामलों के मुआवजे के लिए ऑनलाइन सक्षम कोर्ट अथवा संबंधित प्राधिकरण तक पहुंच जाएगी। इससे आम जनता को अनावश्यक भागदौड़ से राहत मिलेगी और मुआवजा प्रक्रिया सरल व समयबद्ध हो सकेगी।
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